हार के बाद भिड़े रोहित-विराट

भारतीय कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा के बीच मतभेदों की खबरों से पिछले कुछ दिनों में अखबार पटे पड़े थे और ढूंढ-ढूंढ कर खबरें निकाली जा रही थीं कि भारतीय क्रिकेट के इन दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

हालत यहां तक पहुंच गई कि दोनों क्रिकेटरों की पत्नियों को भी विवाद में खींच दिया गया और तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं.

कोई नहीं जानता था कि मतभेद की ये खबरें कहां से आ रही हैं. क्या ऐसी खबरों को जानबूझ कर पैदा किया गया था. सब कुछ विश्व कप में टीम इंडिया के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो जाने के बाद ही क्यों हुआ?

मतभेद रातों रात कैसे पैदा हो गया, क्या यह सेमीफाइनल से पहले नहीं था, क्या टीम का कोई खिलाड़ी इसे जानता नहीं था, क्यों सेमीफाइनल में हार के चंद दिन बाद यह बात सामने आने लगी कि विराट और रोहित में मतभेद चल रहे हैं.

विराट और कोच रवि शास्त्री ने वेस्ट इंडीज के दौरे पर रवाना होने से पूर्व संवाददाता सम्मेलन में इन खबरों पर हैरानी जताई और ड्रेसिंग रूम का माहौल सही बताते हुए इन ख़बरों को बकवास करार दे डाला

रोहित अच्छे व्यक्ति हैं: विराट

विराट ने कहा – पिछले कुछ दिनों में मैंने भी ऐसा सुना है. यह सबकुछ बाहर से सुनने में मिलता है. लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि यदि टीम के अंदर माहौल अच्छा नहीं होता तो पिछले दो तीन वर्षों में हम हर फार्मेट में वैसा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते जैसा हम लगातार कर रहे हैं. ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत अच्छा है और यही वजह है कि हमारे प्रदर्शन में निरंतरता बनी हुई है. यह इस बात का सबूत है कि टीम में सबकुछ अच्छा है, सब एकदूसरे का भरोसा करते हैं और सम्मान करते हैं. यदि मैं किसी व्यक्ति को पसंद नहीं करता हूं तो यह बात आप मेरे चेहरे पर पढ़ सकते हैं या इसे मेरे व्यवहार में देख सकते हैं. मैंने हमेशा रोहित की सराहना की है क्योंकि मेरा मानना है कि वह एक अच्छे व्यक्ति हैं. हमारे  बीच कोई मतभेद नहीं हैं. यह अजीब सी बात है कि ऐसी खबरें कहां से आती हैं और ऐसी बातों से किसको फायदा होता है.


टीम से बड़ा कोई नहीं है: शास्त्री

कोच शास्त्री ने कहा – टीम सभी फार्मेट में अच्छा कर रही है और यह निरंतरता एक अच्छे टीम माहौल के कारण है. कोई भी व्यक्ति टीम से बड़ा नहीं हो सकता है. ना तो वो मैं हो सकता हूं, ना विराट और ना ही कोई और.

मुद्दे पर रोहित हैं खामोश

इन तमाम अटकलों पर रोहित ने सोशल मीडिया पर किसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है. उन्होंने एक बार भी नहीं कहा है कि इस तरह की ख़बरों का कोई वजूद नहीं है और ये सिरे से बकवास हैं. रोहित पर यह भी आरोप लगा है कि उन्होंने विश्व कप के दौरान अपनी पत्नी और बेटी को बीसीसीआई द्वारा निर्धारित समय सीमा से अधिक इंग्लैंड दौरे में रखा और इसके लिए उन्होंने कोई मंजूरी भी नहीं ली.

बीसीसीआई ने भी नहीं दिया कोई बयान

विराट और रोहित के मतभेदों को लेकर चल रही ख़बरों पर बीसीसीआई ने अपनी तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया. हां, ऐसी खबरें जरूर आ गईं कि बीसीसीआई का कोई शीर्ष अधिकारी इन दोनों के बीच सुलह करने अमेरिका जा सकता है जहां भारत और विंडीज के बीच पहले दो टी-20 खेले जाएंगे. लेकिन दिलचस्प बात है कि जब दोनों खिलाड़ी भारत में मौजूद हैं तो उनसे कोई बात नहीं की जा रही है और उनके मतभेद सुलझाने एक अधिकारी अमेरिका जाएगा.

मतभेद तो यहां भी सुलझाया जा सकता है उसके लिए अमेरिका जाने की क्या जरूरत है. लेकिन यह भी एक खबर है जो मीडिया से निकली है जबकि उसी दिन शाम को कप्तान और कोच ऐसी खबरों को बकवास करार देते हैं.

क्या यह विश्व कप हार से ध्यान हटाने की कवायद है

विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार के बाद टीम को लेकर कई सवाल उठे थे कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को क्यों बाहर रखा गया, टीम का बल्लेबाजी संयोजन सही था, टॉप आर्डर में रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली इतने बड़े मैच में मात्र 1-1 रन बनाकर कैसे आउट हो गए थे, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने जमने के बाद अपने विकेट कैसे गंवाए थे और महेंद्र सिंह धोनी धीमा कैसे खेले थे.

इन सवालों के जवाब हर कोई जानना चाहता था लेकिन विराट और रोहित के बीच मतभेदों की ऐसी आंधी उठी कि विश्व कप के प्रदर्शन की समीक्षा उस आंधी के नीचे दबकर रह गई. ऐसा लग रहा है कि यह सब कुछ ऐसे सुनियोजित ढंग से हुआ कि कोई सेमीफाइनल में हारने पर सवाल नहीं उठा सका.


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