टी20 क्रिकेट सफल क्यों है?

जहां हर बॉल पर चौके-छक्के लगे, जहां हर गेंद पर रोमांच हो, जहां बल्ले से पैसों की बारिश हो, क्रिकेट का वह फार्मेट तो सफल होगा ही. क्रिकेट पैसे का खेल है, क्रिकेट क्या सभी खेल पैसे का है. क्रिकेट के जिस फार्मेट में ज्यादा पैसा आएगा जाहिर तौर पर उसी को सबसे सफल माना जाएगा.

टी20 में हर पल होता रोमांच

करोड़ों रुपयों में खिलाड़ी की नीलामी होती है तो कंपनी वाले रोमांच तो चाहेंगे ही. हर बॉल पर उन्हें बल्लेबाज, गेंदबाज से रोमांच की गारंटी मिलती है. अब क्रिकेट का नया शो-पीस ट्वेंटी 20 है. क्योंकि 120 बॉल में यहां हर बॉल पर पैसे बरसते हैं.

यह एक ‘यंग गेम’ है

इस खेल में ‘नेशनलिज्म’ और ‘कोलोनियलिज़्म’ दोनों का ही उफान है. पैसों की बारिश है. मगर कुछ नहीं है तो क्रिकेट का अनुशासन. यहां बैट्समैन अजीबोगरीब शॉट लगाता है. हेलीकॉप्टर शॉट, रिवर्स स्वीप तो कभी कैसा भी शॉट. जिस तरह मजदूर या किसान खेत में पहुंचते ही कुदाल चलाता है, ठीक उसी तरह बैट्समैन बॉल पिच पर गिरते ही कुदाली चला देता है.

लगते हैं अजीबो गरीब शॉट

अगर बैट्समैन भाग्यशाली रहा तो गेंद सीधे विकेटकीपर के सर के ऊपर से बाउंड्री के बाहर छक्का के लिए चली जाती है. इस नए शॉट को रैंप कहा जा रहा है. स्वीच शॉट भी मार रहे हैं बैट्समैन. लेफ्ट हैंडर राइट हैंड से गेंद को बाउंड्री भेजता है तो राइट हैंडर लेफ्ट हैंड से. गेंदबाज भी नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. स्विंग और स्पिन के नए कारामात देखने को मिल रहे हैं.

ट्वेंटी 20 में रिस्क लेना सबसे अहम माना जाता है और इसी रिस्क में क्रिकेट का रोमांच जंवा होता जा रहा है.


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