घर का रेनोवेशन

लिविंग रुम की दीवारों पर पड़ रही हथौड़ी और छेनी की आवाज़ अच्छी लगती है तो शायद आपको घर का रेनोवेशन पसंद है. मगर ठहरें, घर के रेनोवेशन में कोई हड़बड़ी नहीं दिखाएं. सब कुछ इत्मीनान से करें. रेनोवेशन में काफी समय और देखभाल की जरूरत होती है. बाथरुम या घर के किसी छोटे कमरे में जहां आपको दम घुटने सा एहसास हो रहा है वहां आप निश्चिंत मन से चहलकदमी करना चाह रहे हैं तो जरूर रेनोवेशन कराएं. रेनोवेशन के लिए एक क्रियेटिव प्लानिंग की जरूरत होती है. कोई भी कॉमन गलती आपके सुंदर सपनों के घर की खूबसूरती पर दाग लगा सकती है.

ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले कमरों को नजरअंदाज करना

आम तौर पर कोई भी उन कमरों की खूबसूरती पर ज्यादा खर्च नहीं करता जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. मसलन किचन या फिर लिविंग रुम. रेनोवेशन से पहले किस स्पेस पर ज्यादा फोकस करना है, उसकी प्राथमिकता तय करें. किचन और बाथरुम हमेशा अपटूडेट होना चाहिए खासकर तब जब आपके मन में घर के रिसेल वैल्यू की बात भी हो.

गलत चीजों में ज्यादा खर्च करना

अगर आप किचन में मंहगे किचन एप्लाइंस या बाथरुम में बाथरुम फिक्सचर लगाने की सोच रहे हैं तो एक बार सोच लें. आप इसके बदले एक्सेंट वाल डिजाइन या लैमिनेट फ्लोर पर भी खर्च कर सकते हैं. यह किफायती होगा और डिजाइनर लुक देगा.

लैंडस्कैप को भूल जाना

लैंडस्केप इंटीरियर डिजाइन की सबसे अच्छी शुरुआत है. लैंडस्केप से कमरे का मूड और आभामंडल बनता है. स्पेस या कमरे का लैंडस्केप उस खास जगह का माहौल बनाता है जहां बैठकर या लेटकर आप सुकून का एहसास कर सकते हैं.

ध्यान रहे – 

रेनोवेशन से पहले आर्किटेक्ट पर रिसर्च करें

संभव हो तो एक्सपर्ट आर्किटेक्ट या इंटीरियर डिजाइनर हायर करें

आनन फानन में घरों की रेनोवेशन के लिए कांट्रेक्टर को न बुलाएं

रेनोवेशन से पहले बजट जरूर बना लें

अंततः घरों की दीवार तोड़ने से पहले रिसर्च कर लें, बजट तैयार कर लें, तभी मज़दूर लगाएं वरना अनावश्यक फेरे में पड़ जाएंगे.


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