इंडिया की स्पेशल बेटी हैं एमी श्रॉफ

एमी श्रॉफ के लिए सभी इवेंट्स समान हैं. चाहे वह बड़े बजट का कोई प्रोडक्ट लांच हो या फिर किसी ख़ास क्लाइंट के लिए बारटेंडिंग. ऑडी से लेकर बीएमडब्लू के इवेंट्स, हिंदुस्तान लीवर के प्रोडक्ट लांच से लेकर म्यूजिक फेस्टिवल तक में इन्होंने अपने बारटेंडिंग के हुनर दिखाए हैं. एमी को फ्लेयर कम्पटीशन में शोहरत तो मिली ही है, इन्हें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है. स्वीडन और थाईलैंड में इन्होंने मिक्सोलोजी कम्पटीशन में अपने जलवे से लोगों को चौंकाया भी है. आजकल मुंबई के प्रसिद्ध लंदन टैक्सी गेस्ट्रो पब में ये बतौर मिक्सोलोजी हेड कार्यरत हैं. आप इन्हें बारटेंडर कह सकते हैं, मिक्सोलोजिस्ट कह सकते हैं, या परफोर्मिंग आर्टिस्ट या फिर जग्ग्लर. हां, आग से खेलते हुए इन्हें देखना एक अनोखा एहसास है.

आपने दर्शन शास्त्र व राजनीति विज्ञान की पढाई की. फिर अचानक ये नया प्रोफेशन?

कॉलेज के दिनों में ही मैंने बारटेंडिंग के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू कर दिया था. आप कह सकते हैं कि मैंने दर्शन शास्त्र व राजनीति विज्ञान के अलावा बारटेंडिंग को भी महत्व दिया. बारटेंडिंग की कोई पढ़ाई मैंने नहीं की, अलबत्ता इसे ऑन द जॉब सीखा. कभी बारटेंडिंग के महारथियों ने मुझे ज्ञान दिया तो कुछ-कुछ मैंने इंटरनेट से सीख लिया.  

बारटेंडिंग ही क्यों?

नहीं तो क्या आप मेरा इंटरव्यू कर रहे होते? मुझे इसमें मजा आया, मैंने इसे एन्जॉय किया, मुझे लगा यह मैं बेहतर तरीके से कर सकती हूँ.

आपके लिए कॉकटेल क्या मायने रखता है?

यह एक आर्ट है, कला है. एक संतुलित मिश्रण है. इससे ड्रिंक की नई रचना होती है. यह स्वाद के लिए एक बेहतरीन पेशकश है.

आपने कॉकटेल बनाना कब शुरू किया?

बार में घुसने के कुछ ही दिनों के बाद मैंने अपने एक्सपेरिमेंट शुरू कर दिए थे. जॉब करते करते सीखने का मौका मिला. मेरा सौभाग्य है कि मुझे अच्छे मार्गदर्शक मिले.

फ्लेयर बारटेंडिंग कैसे शुरू हुई?

मैं इवेंट्स करती थी. कभी सेल्स प्रमोटर के तौर पर भी कुछ कर लिया करती थी. एक इवेंट के दौरान मुझे बारटेंडर अंकित निगंधी मिले जिन्होंने मुझे गोवा के फ्लेयर बारटेंडर शौन डिसूज़ा से मिलवाया. उनसे मैंने काफी कुछ सीखा. फिर, कई और फ्लेयर बारटेंडर से मुलाकात हुई, कुछ विडियो देखे, खूब अभ्यास किया. शायद फ्लेयर ही वह वजह थी, जो मैंने बारटेंडिंग को करियर बनाया.


क्या आपने इन सबके लिए उचित प्रशिक्षण लिया है?

जैसा मैंने बताया, मैंने ऑन द जॉब सीखा और फिर इंटरनेट से.

क्या आपने अपने कुछ नियम बनाए हैं कि कैसे ड्रिंक्स को स्टर करना है, कितना हिलाना है, क्या मिक्स करना है, वगैरह.

मैं एक्सपेरिमेंट करती रहती हूँ. ज्यादा नियम ना हों तो ही अच्छा है. लेकिन बार की मूल बातें, स्वच्छता और गेस्ट की प्राथमिकताओं का पूरा ध्यान रखती हूँ. हां, कभी-कभी कुछ नया कर ही देती हूँ.

लेकिन, आप तो आग से भी खेलती हैं.

आग सबसे खूबसूरत तत्व है. आग में बहुत अधिक ऊर्जा है. आग से मेरा एक अलग ही रूप बाहर आता है, या यूं कहें दिखता है. कल्पना कीजिए कि जब यह रूप एक गेस्ट को देखने को मिलता है तो वह कितना रोमांचित हो सकता है. और आग से इसलिए भी खेलती हूँ क्योंकि मैं ऐसा कर सकती हूँ.

लेकिन, आप तो बर्फ भी इस्तेमाल करती हैं.

जहां बर्फ की जरूरत होती है तो अवश्य बर्फ भी.

आप कांटेक्ट बॉल्स से भी खेलती हैं.

यह कला मैंने सात-आठ साल पहले सीखी. बारटेंडिंग शुरू करने के बाद मैंने जग्लिंग के कई तरीके आजमाए. उसी दौरान कांटेक्ट जग्लिंग पसंद आ गया. तब से मैंने इसे भी अपने परफॉरमेंस में शामिल कर लिया.

आपके प्रोफेशन में कैसे आया जा सकता है?

अब तो बारटेंडर कोर्स उपलब्ध हैं. हर बड़े शहर में तो यह सुविधा है ही. बारटेंडिंग से संबंधित बहुत सारी जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध है. खूब रिसर्च कीजिए, और सीखना मत छोडिए. हॉस्पिटैलिटी यानी आतिथ्य और पेय पदार्थों का फील्ड विशाल है. होटल मैनेजमेंट कॉलेज भी बारटेंडिंग के बारे में बताते हैं. लेकिन मजा तब आता है जब आप बार में प्रवेश करते हैं, ड्रिंक बनाना सीखना मजेदार है और चुनौतीपूर्ण भी.

आप कैसे लंदन टैक्सी पहुंच गईं?

हमनें एक दूसरे को ढूंढ ही लिया. यह बताना रोमांटिक लग सकता है. कभी-कभी कुछ चीजें जो आपके रास्ते में आती हैं वे उस पल के लिए बनी होती हैं. किसी ख़ास व्यक्ति या संस्था के साथ आपका कनेक्शन बहुत अच्छी तरह से काम करने लगता है. फिर आपकी ज़िन्दगी अपनी खुद की कहानी विकसित करने लगती है. आपकी भूमिका नई गुंजाइश लेकर आती है और आपकी जिम्मेदारी, अभिव्यक्ति, आजादी, जिज्ञासा, और चीजों को देखने का नजरिया अच्छा लगने लगता है. लंदन टैक्सी मेरे लिए ऐसा ही एक नया अनुभव है. इसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और हर दिन मुझे नए अनुभव देखने को मिल रहे हैं.

Ami-shroff

अगले 15 सालों में खुद को कहां देखना चाहेंगी?

ईश्वर करे, जीवित रहूँ. जीवन अनिश्चित है. शायद शहर से कुछ दूर रहूँ, मेरा अपना जग्लिंग स्कूल हो, एक छोटा कैफ़े भी. मैं ऑर्गनिक तरीके से अपने लिए सामग्रियां पैदा कर सकूं, पेड़ बड़े कर सकूं, चीजों को रिसायकल कर सकूं, कुछ पेट्स रख सकूं, और जहां मेरा परिवार और दोस्त रह सकें. मैं चाहूंगी कि 40 की उम्र तक यह सब कर सकूं, लेकिन अगर यह 55 तक भी हो जाए तो ठीक है.

सबसे लोकप्रिय कॉकटेल क्या है?

मोजितो, खासकर ट्रोपिकल एरिया में. लेकिन सबसे पसंद किया जाने वाला कॉकटेल है जीन के स्वाद वाला. कड़वे कॉकटेल्स भी फैशन में हैं. लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि नंबर वन कॉकटेल कौन सा है. मेरी कोशिश होती है कॉकटेल में हमेशा ताज़ा हो, वह एकदम से फ्रेश लगे. हां, मेरे कॉकटेल्स बहुत मीठे नहीं होते. मुझे ऐसा ही अच्छा लगता है. लंदन टैक्सी में यह सब उपलब्ध है.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी