अल्फोंस कन्नाथनम बने हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में पहले ईसाई मंत्री.
इन्हें मंत्री बनाकर केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय को सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है.
वैसे राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अल्फोंस का चयन केरल में बीजेपी को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है.
अल्फोंस (इन्हें एलफोंस भी लिखा जाता है) पूर्व आईएएस अधिकारी हैं, लेकिन इन्हें सीधे मंत्री बनाया जाना कुछ हैरान करने जैसा है.
वे खुद मानते हैं कि उनका जीवन अपने आपमें एक करिश्मा है.
मलयालम माध्यम के स्कूल से 42% अंक से उतीर्ण होने वाले अल्फोंस 1979 बैच के आईएस टॉपर की गिनती में रहे हैं.
लगभग 30 साल इन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कोशिशें कीं. इन्हें टाइम पत्रिका ने 100 वैश्विक युवा लीडर के रूप में साल 1994 में मान्यता दी थी.
2006 में आईएस की नौकरी छोड़ने के बाद ये राजनीति में सक्रिय हुए और एमएलए भी बने, जिस पद पर रहते हुए इन्होंने साधारण जीवन जीते हुए बड़े-बड़े काम किए.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 3 सितंबर 2017 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में इन्हें मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.