योग-आयुर्वेद की धूम

वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के संकट के दौरान देखा जा रहा है कि हॉलीवुड से हरिद्वार तक घर में रहते हुए लोग योग पर बहुत गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 मई को आकाशवाणी पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में कहा कि योग जैसे-जैसे लोगों के जीवन से जुड़ रहा है, लोगों में अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता भी लगातार बढ़ रही है.

मोदी ने कहा कि अभी हर जगह लोगों ने योग और उसके साथ-साथ आयुर्वेद के बारे में और ज्यादा जानना चाहा है, उसे अपनाना चाहा है.

कितने ही लोग जिन्होंने कभी योग नहीं किया, वे भी या तो ऑनलाइन योग क्लास से जुड़ गए हैं या फिर ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से भी योग सीख रहे हैं.

सही में योग कम्युनिटी, इम्युनिटी और यूनिटी सबके लिए अच्छा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के इस समय में योग आज इसलिए भी ज्यादा अहम है, क्योंकि ये वायरस, हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम को सबसे अधिक प्रभावित करता है.

योग में तो रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत करने वाले कई तरह के प्राणायाम हैं, जिनका असर हम लंबे समय से देखते आ रहे हैं.

ये टाइम टेस्टेड टेक्निक्स है जिसका अपना अलग महत्व है

कपालभाती और अनुलोम-विलोम, प्राणायाम से अधिकतर लोग परिचित होंगे. लेकिन भस्त्रिका, शीतली, भ्रामरी जैसे कई प्राणायाम के प्रकार हैं, जिसके अनेक लाभ भी हैं.

मोदी ने कहा कि वैसे आपके जीवन में योग को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने भी इस बार एक अनोखा प्रयोग किया है.

आयुष मंत्रालय ने माई लाइफ, माई योग नाम से अंतरराष्ट्रीय वीडियो ब्लॉग प्रतियोगिता शुरू की है.

भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं. इसमें हिस्सा लेने के लिए आपको अपना तीन मिनट का एक वीडियो बना कर अपलोड करना होगा.

इस वीडियो में आप जो योग या आसन करते हों, वो करते हुए दिखाना है और योग से आपके जीवन में जो बदलाव आया है, उसके बारे में भी बताना है.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी