तो क्या महान किशोर कुमार गाना भी लिखते थे

खुद तय करें आपको कैसी ब्रांडिंग चाहिए
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आज फिर जीने की तमन्ना है (Aaj Phir Jeene Ki Tamanna Hai) सीरीज के इस पॉडकास्ट (podcast) में आप सुनेंगे किशोर कुमार (Kishore Kumar) की फ़िल्म दूर गगन की छांव में (Door Gagan Ki Chhaon Mein) का एक ज़बरदस्त क़िस्सा.

गानों की रिकॉर्डिंग के दौरान किशोर दा ने कुछ ऐसा किया कि गीतकार शैलेन्द्र (Shailendra) को उन्हें फोन करना पड़ा, और किशोर दा को जवाब देना पड़ा.

यह पॉडकास्ट आज फिर जीने की तमन्ना है सीरीज की छठी कड़ी है. पॉडकास्ट में आपको लगातार एक-के-बाद-एक क़िस्सा सुना रहे हैं बबलू दिनेश शैलेंद्र.

Bablou Dinesh Shailendra podcast for Bharat Bolega

फ़िल्म डायरेक्टर होने के नाते फ़िल्मी कहानी सुनाने का इनका अनोखा अंदाज़ है. सुनें और सुनाएं भारत बोलेगा पॉडकास्ट, जहां आपको जानकारी भी मिलती है और समझदारी भी.

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Aaj phir jeene ki tamanna hai podcast on aa chal ke tujhe song by kishore kumar

इस पॉडकास्ट को सुनने के बाद अगर आपको दूर गगन की छांव में फ़िल्म के इस गाने को गुनगुनाने का मन करे तो ये रहा आ, चल के तुझे, मैं ले के चलूं पूरा गाना (Aa chal ke tujhe main le ke chaloon song lyrics from Bollywood film Door Gagan Ki Chhaon Mein).

आ चल के तुझे, मैं ले के चलूं
एक ऐसे गगन के तले
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
आ चल के तुझे, मैं ले के चलूं
एक ऐसे गगन के तले
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले  
सूरज की पहली किरण से, आशा का सवेरा जागे
सूरज की पहली किरण से, आशा का सवेरा जागे  
चंदा की किरण से धुल कर, घनघोर अंधेरा भागे
चंदा की किरण से धुल कर, घनघोर अंधेरा भागे
कभी धूप खिले, कभी छांव मिले
लंबी सी डगर न खले
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले
जहां दूर नज़र दौड़ाएं, आज़ाद गगन लहराए
जहां दूर नज़र दौड़ाएं, आज़ाद गगन लहराए
जहां रंग बिरंगे पंछी, आशा का संदेसा लाएं
जहां रंग बिरंगे पंछी, आशा का संदेसा लाएं  
सपनों में पली, हंसती हो कली
जहां शाम सुहानी ढले
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले  
सपनों के ऐसे जहां में, जहां प्यार ही प्यार खिला हो
हम जा के वहां खो जाएं, शिकवा न कोई गिला हो
कहीं बैर न हो, कोई गैर न हो
सब मिलके यूं चलते चलें
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
आ चल के तुझे, मैं ले के चलूं
एक ऐसे गगन के तले
जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो
बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले  एक ऐसे गगन के तले  एक ऐसे गगन के तले

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