कैसे लिखा गया दाग का सुपरहिट गाना ‘ऐ मेरे दिल कहीं और चल’

आज फिर जीने की तमन्ना है (Aaj Phir Jeene Ki Tamanna Hai) सीरीज की नौवीं कड़ी में सुनें कैसे लिखा गया दाग (Daag) फ़िल्म का सुपरहिट गाना ऐ मेरे दिल कहीं और चल (Ae Mere Dil Kahin Aur Chal).

फ़िल्म डायरेक्टर होने के नाते फ़िल्मी कहानी सुनाने का बबलू दिनेश शैलेन्द्र का अनोखा अंदाज़ है. सुनें और सुनाएं भारत बोलेगा पॉडकास्ट, जहां आपको जानकारी भी मिलती है और समझदारी भी.

भारत बोलेगा के इस पॉडकास्ट में दाग फ़िल्म के जिस गाने का ज़िक्र है वह एक मास्टरपीस कहलाता है. फ़िल्म में मुख्य रोल में थे एक्टर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और निम्मी (Nimmi). इस फ़िल्म को डायरेक्ट किया था अमिया चक्रबर्ती ने.

ऐ मेरे दिल कहीं और चल
ऐ मेरे दिल कहीं और चल…

1952 में बनी हिन्दी भाषा की इस फिल्म में संगीत दिया था शंकर जयकिशन (Shankar Jaikishan) ने जबकि जिस गाने का ज़िक्र इस पॉडकास्ट में किया गया है उसे लिखा था गीतकार शैलेन्द्र ने. गाने को आवाज़ दी थी तलत महमूद (Talat Mahmood) और लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी