सआदत हसन मंटो की ‘वाय आई राइट’ (Why I Write) किताब को लेखक आकार पटेल (Aakar Patel) ने संपादित और अनुवादित किया है.
उपमहाद्वीप के महान लेखकों में से एक, मंटो के कथेतर लेखों का यह ऐसा दुर्लभ संग्रह है जिसके अनेकों लेख आज तक अप्रकाशित ही रहे.
इन लेखों का अनुवाद करते समय आकार पटेल ने मंटो के जादुई लेखन को साकार करते हुए ज़िन्दगी की हकीकत को जमीनी चीजों के साथ सहेजा है.
मंटो अख़बार के दफ़्तर के बाहर खड़े रहते थे और फटाफट निबंध लिखकर अपना पैसा लेते थे और निकल जाया करते थे.
उनके कई निबंधों के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है.
उन लेखों का संकलन आकार पटेल की किताब में पढ़ा जा सकता है.
मंटो की राजनीतिक सोच बहुत प्रगतिशील थी. राजनेताओं की सोच वैसी होती तो हालात में बहुत फर्क होता.