मुझे सबसे ज़्यादा आकर्षित किया वहां की औरतों ने. सिर ढके होने के बावजूद उनकी चाल में छुईमुईपन न होकर एक ठसक थी. घूंघट के बावजूद स्वभाव में बिंदासपन.
सुबह गांव की बड़ी-बूढी स्त्रियां बहू की मुंह-दिखाई के लिए आई हुई थीं. मैं सबकी फोटो ले रही थी. उनमें से एक महिला बीड़ी पी रही थीं.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी