Site icon भारत बोलेगा

ट्रैवल वेबसाइट रिव्यू

ट्रैवल वेबसाइट के रिव्यू कितने असरदार या सही होते हैं? क्या रिव्यू करने वाले का स्वंय का अनुभव होता है होटलों के बारे में या फिर होटल के मालिकों के कहने पर ट्रैवल वेबसाइट ऐसे प्रायोजित रिव्यू कराते हैं.

एक छोटे से होटल के मालिक कहते हैं उनका होटल फैमिली बिजनेस है. उनके होटल को किसी ट्रैवल वेबसाइट ने काफी कम स्कोर दिया था जबकि उस छोटे से होटल के मालिक का दावा था कि वेबसाइट पर दिए गए कैटेगरी के मुताबिक उनके होटल को दस में से नौ अंक मिलने चाहिए थे. सिर्फ वाई-फाई की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उनके होटल को कम अंक दिया गया.

ग्राहक आम तौर पर आजकल ऑनलाइन ही होटल बुक करते हैं या सामान खरीदते हैं. होटल हो या कंज्यूमर गुड्स, दोनों के साथ वही स्थिति है. ग्राहकों के रियल टाइम एक्सपीरियंस के बिना इन ऑनलाइन प्लेटफार्म पर रेटिंग कर दी जाती है. यह ग्राहकों के पटाने के लिए फरेब हो सकता है. बेहतर होगा आप बहकावे में न आएं और अपने अनुभव के हिसाब से रेटिंग दें.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी
Exit mobile version