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गूगल को खतरा: प्रतिक शाह

Prateek Shahप्रतिक शाह को लोगों के बीच रहना पसंद है, उन्हें खुश रहना सबसे ज्यादा पसंद है, जिसके लिए वे संगीत और क्रिएटिविटी का खूब सहारा लेते हैं. वे अपने वर्कशॉप में उछल-कूद भी मचाते हैं. इसलिए वे कॉर्पोरेट वर्ल्ड में मशहूर हो रहे हैं. पेश है डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट प्रतिक शाह से हुई बातचीत के अंश.

आपका लोगो है डी.डी. इससे दूरदर्शन का बोध होता है. लोग इसे कैसे डिजिटल डीफाइंड के लिए जानें?

हाहाहा. ऐसा समझ लीजिए कि जिस तरह डी.डी. यानी दूरदर्शन देश और दुनिया की ख़बर देने का एक माध्यम बना, वैसे ही नए डिजिटल ज़माने में डी.डी. यानी डिजिटल डिफाइंड लोगों तक डिजिटल मार्केटिंग और डिजिटल लर्निंग की जानकारी पहुंचाता है.

आपने एशिया में डिजिटल मार्केटिंग का इतना बड़ा प्लेटफार्म कैसे बना लिया?

जी मैंने नहीं, लोगों ने यह प्लेटफार्म बना दिया. हमारे रीडर में से ही हमारे लेखक हैं और हमारे सुनने वाले ही हमारे प्रचारक (इंडोर्सर) हैं. ये कम्युनिटी पोर्टल है जो लोगों की ताकत से ही बना है और लोगों की ताकत से ही आगे बढ़ा है. पहले देश और एशिया, और अब दुनिया से भी लोग हमारे इस प्लेटफार्म पर समय बिताते हैं.

आप क्या-क्या सर्विस दे रहे हैं, और आम लोग या कोई छोटी कंपनी आपसे कैसे लाभ ले सकती है?

जब हमने ये प्लेटफार्म शुरू किया था, तब हम कोई सर्विस ऑफर नहीं करते थे. धीरे-धीरे लोग मांग करने लगे, और एक-एक कर हमने लोगों को संबंधित कंपनी और प्रोडक्ट से जोड़ना शुरू कर दिया. हम एक मार्केट प्लेस की तरह हैं जहां लोग हमसे डिजिटल दुनिया से संबंधित सर्विस ले सकते हैं, हम लोगों की जरूरत के अनुसार उन्हें संबंधित सर्विस प्रोवाइडर से जोड़ते हैं.

आप इस क्षेत्र में कैसे आए? डिजिटल मार्केटिंग में क्या करियर आप्शन उपलब्ध हैं?

मुझे बचपन से ही बोलने का शौक था. बोलते-बोलते मैं मार्केटिंग करने लग गया. लोगों के प्यार और उनके ही बीच रहते-रहते ये कम्युनिटी शुरू हो गई. डिजिटल मार्केटिंग में विभिन प्रकार के आप्शन हैं. आप स्पेशलाइजेशन के साथ किसी एक फील्ड में आगे बढ़ सकते हैं, या फिर जनरल मास्टरी कर पूरा डिजिटल मार्केटिंग भी संभाल सकते हैं.

गूगल और फेसबुक के पास आज दुनिया भर का तमाम डेटा है. आपको क्या लगता है इन दोनों में से किसके पास ज्यादा डेटा है?  

गूगल के पास ज्यादा डेटा है, लेकिन एक कंपनी जिसे लोग अभी गंभीरता से नहीं लेते, वो है अमेज़न. इसके पास डेटा भी है और सामान भी. यह आपको जानता भी है, और आपको बेचता भी है. गूगल और फेसबुक को अमेज़न से ही खतरा है.


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