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कोरोना के साथ जीना होगा!

वैश्विक महामारी बन चुके कोरोनावायरस रोग (कोविड-19) के कारण पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है और किसी को भी इससे निपटने का रास्ता नहीं सूझ रहा है.

इसी बीच कोरोना का वैश्विक प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, इसके बावजूद कोरोना से बचाव का कोई तरीका नहीं मिल पा रहा है. ना ही इसकी कोई वैक्सीन ईजाद हो पाई है.

अब तो लोग कोरोना के संकट में जी रहे हैं, और हालात से खुद को अभ्यस्त कर रहे हैं. अभी इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि कोरोना थमने के बाद इसके संक्रमण का खतरा कम होगा.

डब्ल्यूएचओ के निदेशक (आपदा) डा. माइक रेयान

एक हैरान करने वाले व्यक्तव्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि वैक्सीन का पता लगने के बाद भी इसके संक्रमण का खतरा बना रह सकता है.

डब्ल्यूएचओ के निदेशक (आपदा) डा. माइक रेयान का मानना है कि कोरोना के भविष्य में खत्म होने संबंधी दावों पर भरोसा नहीं किया जा सकता और वैक्सीन का पता लगने के बाद भी इसके संक्रमण का खतरा बना रह सकता है.

डा. रेयान ने कहा कि यह तथ्य बहुत महत्वपूर्ण हैं कि कोरोनावायरस कभी खत्म नहीं हो सकता और यह दूसरे संक्रामक रूप में समाज में सामने आ सकता है.


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डा. रेयान ने कहा कि एचआईवी दूर नहीं हुआ है, लेकिन हम उसके बारे में ज्यादा जान गए हैं. अगर कोई अनुमान व्यक्त करता है कि कोरोना की बीमारी कब खत्म होगी तो वह इस पर यकीन नहीं कर सकते. वैक्सीन के संदर्भ में डा. रेयान ने कहा कि अगर वैक्सीन का पता लगा भी लिया जाए, तो भी इस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए व्यापक प्रयासों की जरुरत होगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 100 से भी अधिक वैक्सीन है, लेकिन खसरा जैसी अन्य बीमारियां वैक्सीन होने के बावजूद खत्म नहीं हो सकी हैं.

कोरोना जैसे हालात के साथ जीना सीखना होगा

यह सुनना भयावह लगता है कि लोगों को चेहरे पर मास्क, जेब में सेनेटाइजर और हाथों में दस्तानों के साथ-साथ सामजिक दूरी के साथ रहना सीखना होगा.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल हैं. वह इन दिनों अक्सर शाम चार बजे नेशनल मीडिया सेंटर पर प्रेस कान्फ्रेंस कर देश को कोरोना का ताजा हाल बताते हैं.

भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी आगाह कर दिया है कि अब हमें इस वायरस के साथ जीना सीखना होगा.

भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3722 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 78003 हो गई है.

इसी अवधि में 134 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 2549 पर पहुंच गया है और 1849 लोगों के संक्रमण मुक्त होने से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 26,235 हो गई है.

संक्रमितों की संख्या 78 हजार के पार होने के बाद भारत 50 हजार से अधिक संक्रमण के आंकड़ों वाले देशों की सूची में 12वें स्थान पर पहुंच गया है.

वैश्विक स्तर पर कोरोना का आंकड़ा 44 लाख 72 हजार के करीब पहुंच गया है जबकि इस महामारी से करीब तीन लाख लोगों की मौत हो चुकी है.


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