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फिल्म समीक्षा: द नोटबुक के प्रेम में डूब जाएंगे

the notebook film review

द नोटबुक एक ऐसी बीमारी पर आधारित कहानी है जिसमें इसका एक किरदार अपने प्रेमी पति को भूल जाता है. वह पति बार-बार अपनी प्रेम कहानी सुनाता है, प्यार के रास्ते में आए सभी बाधाओं को बताता है. फिर भी पत्नी को कुछ भी याद नहीं आता. एक दिन अचानक पत्नी को कुछ पलों के लिए अपना पूर्व जीवन याद आ जाता है. फिर, क्या होता है यह जानना बेहद दिलचस्प है.

रोमांटिक कहानियां सभी पसंद करते हैं, लेकिन द नोटबुक एक अलग तरह की कहानी है जिसे आप सिर्फ पसंद ही नहीं करेंगे बल्कि परिवार के साथ बैठकर कई बार देखना चाहेंगे.

द नोटबुक की गिनती सर्वश्रेष्ठ रोमांस फिल्मों में होती है. दो घंटे से थोड़े ज्यादा समय में दर्शाई गई इस फिल्म में कितने ही फ्लैशबैक हैं जिसका पता ही नहीं चलता. कास्टिंग से लेकर अंत तक फिल्म आपको बांधे रखती है. 2004 में रिलीज़ हुई द नोटबुक युवाओं और बुजुर्गों दोनों को ही सामान रूप से आकर्षित करती है. प्यार, तिरस्कार, तकरार, इंतज़ार, स्वीकार सभी बिंदुओं पर यह अव्वल आती है.

इस खूबसूरत प्रेम कहानी में किरदारों के बीच यादाश्त आती-जाती रहती है. ऐसे में जब दोनों एक दूसरे को पहचान लेते हैं तब वे हाथ पकड़कर एक बिस्तर पर सो जाते हैं- हमेशा के लिए एक होने के लिए. दो बुज़ुर्गों के बीच प्यार की ये कहानी मौकों पर गिफ्ट भी की जा सकती है.

साल 1940 के सेट पर बनी इस फिल्म में दो प्यार करने वालों की कहानी दिखाई गई है. एक गरीब लड़के को अमीर लड़की के साथ प्यार हो जाता है. लड़की के घर वाले उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं करते हैं. कुछ समय बाद लड़का विश्व युद्ध में हिस्सा लेने चला जाता है. इस दौरान लड़की किसी और लड़के के प्यार में पड़ जाती है. यह घटना फिल्म को जबरदस्त मोड़ देती है.

प्यार–मोहब्बत को लेकर बनने वाली फिल्मों का सबसे पसंदीदा टॉपिक अमीर लड़की और गरीब लड़के का प्यार ही होता है. हर दौर में ऐसी फिल्में बनी हैं और उन्हें लोगों का प्यार भी मिला है. 90 के दशक में तो हर दूसरी फिल्म के केंद्र में यही प्रेम कहानी होती थी. यह सफलता का सबसे अचूक फॉर्मूला बन गया था. हालांकि, ऐसी फिल्मों में कहानियां लगभग एक जैसी ही होती हैं, बस उसे फिल्माने का तरीका अलग होता है.

लेकिन, द नोटबुक में निर्देशक ने अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाई है जिससे आपको एक अद्भुत फिल्म देखने को मिलती है. यह एक ऐसी प्रेम कहानी है, जिसे निर्देशक ने अपने निर्देशन कौशल से अविस्मरणीय बना दिया है. निर्देशक ने इसे जिस ताजगी के साथ फिल्माया है, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वो कम ही होगी. आप हर एक सीन को बड़ी शिद्दत और गहराई से महसूस करेंगे, जैसे आप खुद उस कहानी का हिस्सा हैं.  


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